बालमनोविज्ञान

बाल विकास की अवस्थाएं

बाल विकास की अवस्थाएं

बाल विकास की अवस्थाएं, शैशवावस्था, बाल्यावस्था, किशोरावस्था, बुद्धि और बुद्धि लब्धि आदि। बाल विकास की अवस्थाएं : बाल विकास की अवस्था को प्रमुख वैज्ञानिकों ने शैशवावस्था(जन्म से 05वर्ष) तक, बाल्यावस्था(05वर्ष से 12वर्ष) तक एवं किशोरावस्था (12वर्ष से 18वर्ष) तक को तीन भागों में बाँटा है। मानव का विकास निश्चित अवस्थाओं में होता है। विकास की […]

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बाल विकास का अर्थ आवश्यकता एवं क्षेत्र

बाल विकास का अर्थ आवश्यकता एवं क्षेत्र

बाल विकास का अर्थ आवश्यकता एवं क्षेत्र आदि। विकास एक सार्वभौमिक प्रक्रिया है। जो संसार के प्रत्येक जीव में पाई जाती है। विकास की यह प्रक्रिया गर्भधारण से लेकर मृत्यु पर्यंत तक किसी न किसी रूप में चलती रहती है। बाल मनोविज्ञान-: मानव विकास का अध्ययन मनोविज्ञान की जिस शाखा के अंतर्गत ककिया जाता है,

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